Saturday, January 10, 2015

गुलाम पर आजाद नारी

नारी

ज़ख़्म खा कर भी मुस्कुरा दिया जाता है
भारतीय नारी कह कर आजाद औरत को गुलाम बना दिया जाता है
कहने भर से ही नहीं होती आज़ादी
आजादी को साँसों में महसूस किया जाता है
दो चार औरतो का नाम लेकर ...

बाकी सब को भी आज़ाद घोषित किया जाता है
काश समझती ये दुनिया
आजादी और गुलामी के अंतर को
तो शहीदों के बलिदान को यूँ राजनीति में बर्बाद ना किया जाता

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