Saturday, December 29, 2012

कसम लेनी है

दामिनी

आज दिल फिर से दुःख गया जब दामिनी की मृत्यु का पता चला ,आज फिर से बुराई अच्छाई पर जीत गयी ,एक मासूम बेवक्त ही मौत की नींद सो गयी ,आज शायद भारत की हर नारी का हृदय रो रहा होगा और हर एक का सर शरम से झुका होगा की आज की नयी पीडी ये क्या गुल खिला रही है ,नेहरु और गाँधी के देश को कहाँ ले जा रही है ,आज इस क्यों का जवाब किसी के पास नहीं ,१६ दिसम्बर को भारत का कोई नागरिक नहीं भुला पायेगा
आज हर माँ को एक शपथ लेनी है ,वो अपनी बेटी  को अब सीता की नहीं काली  की शिक्षा देगी  जो वक़्त आनेपर दुष्टों का नाश कर सके ,आज हर लड़की के लिए विद्यालय में स्व सुरक्षा की सिक्षा अनिवार्य हो जनि चाहिए ,ताकि फिर किसी दामिनी को असमय ही मौत की गोद में ना जाना पड़े और न ही इतनी तकलीफ झेलनी पड़े ,दामिनी की मौत एक ऐलान है हर लड़की हर औरत के लिए ,की अब अपनी सुरक्षा का सब सामान साथ रखे ,हर मुश्किल से लड़ने के लिए तैयार रहे किसी की मोहताज न हो
           आज शपथ लेनी है हर औरत को ,अपनी सुरक्षा की और राक्षसों के वध की ,अब कोई शर्म नहीं ,कोई छेड़ कर देखे ,हाथ तोड़ देना है ,मूह तोड़ देना है ,अब चुप रह कर सहन नहीं करनी ज्यादतियां ,

      आज ये कसम लेनी है

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