पापा बहुत याद आते हैं पापा मझे जिंदगी में लड़ना सिखाया मुझे दुनिया का लाड लड़ाया मुझे आँखों का तारा बनाया मुझे हर मुसीबत का सामना करना सीखाया मेरा माथा सहलाया हर मुसीबत में मुझे मजबूत बनाया जिंदगी में आज फिर याद आ गये पापा जब जिंदगी में धोखा खाया जब सब ने ठुकराया जब किसी ने माथा न सहलाया जब अकेली पड़ गयी मै दुनिया में कहाँ पुकारू आ जाओ पापा फिर से फिर से संभाल लो अपनी बिटिया को आज फिर से बहुत अकेली हो गयी हूँ आज फिर से दुनिया ने ठुकराया है आज सपनो में ही आ जाओ आज फिर से माथा सहला जाओ आज एक बार गले से लगा जाओ बहुत याद आती आप की पापा |
बहुत ही सरल शब्दों में अपनी बात कहती प्रस्तुति....!!!
ReplyDeleteहार्दिक आभार संजय जी ...
Deleteनई पोस्ट ....कहीं ऐसा तो नही पर आपका स्वगत है
ReplyDeleteजरुर ....धन्यवाद .....
Deleteरुला दिया आप ने ....सुंदर
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