काश मै कोई परी होती
मन के पंख लगा कर
सारे जहाँ में उड़ती
किसी को रोने न देती
किसी की भूखा न रहने देती
हर बच्चे को प्यार देती
लालची को बहुत सताती
हर भिखारी को अमीर
और हर लूटेरे को
भिखारी बनाती
किसी को तड़पने न देती
कोई प्यार के लिए न रोता
कोई बिन प्यार के न मरता
हर सपना पूरा करती
कोई खुशियों के लिए न
कोई पैसे के लिए
कोई माँ बाप के लिए
कोई पति के प्यार के लिए
किसी को न तरसने देती
किसानो को भी रोटी मिलती
फूलों से रंग देती दुनिया को
काश मै परी होती
Really Heart Touching...
ReplyDeleteKash m Pari hoti to Duniya m koi dukhi nahi hota jadu ki chaddi guma dukh dur kar deti ....
Dhanywad Manju ji....
Deleteपर ये परी खुशियाँ तो अब भी बाँट रही है
ReplyDeleteTum bahut achhi ho upasna sakhi...
DeleteE! Pari mere paas bhi aana.....:(
ReplyDeleteMujhe bhi bahut kuch chahiye tumse..........
dher sa pyar or aashish meri bitiya
Deleteयह परी आप में पहले मौजूद है मेरी नजर में तो ...
ReplyDeletehardik dhanywad praveena sakhi......aap ne itna pyar diya mujhe
Deleteकाश मै कोई परी होती
ReplyDeleteकिसी को तड़पने न देती
कोई प्यार के लिए न रोता
कोई बिन प्यार के न मरता
हर सपना पूरा करती
Wow ,,,,,,,,,,
dhanywad pratap ji...
Deleteवाह!!! बहुत ही उम्दा नायाब कामयाब रचना.. खूबसूरत एहसास का शब्दांकन रमा....
ReplyDeleteहार्दिक आभार दिलीप भाई
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