दिल की बातें
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कठपुतली
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Monday, August 29, 2016
औरत और फुलझड़ी
औरत की जिंदगी
एक फुलझड़ी बस
दो घड़ी की खुशी नहीं
जला कर स्वंय को
कर जाती है खुश सभी को
अपने लिये कहाँ सोचती
जब सोचती सबका सोचती
खुद जलती पर
कर जाती खुश सभी के
4 comments:
nayee dunia
August 29, 2016 at 8:17 AM
waah..bahut sundar
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रमा शर्मा, जापान
October 19, 2016 at 10:00 AM
हार्दिक आभार उपासना ब्लाग पर आने का
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Shakuntla
February 9, 2018 at 2:34 AM
बहुत प्यारी रचना
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रमा शर्मा, जापान
April 20, 2018 at 10:41 AM
सादर आभार शकुंतला जी
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waah..bahut sundar
ReplyDeleteहार्दिक आभार उपासना ब्लाग पर आने का
ReplyDeleteबहुत प्यारी रचना
ReplyDeleteसादर आभार शकुंतला जी
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