दिल की बातें
Pages
परिचय
कठपुतली
Sunday, November 25, 2012
अनजाना एहसास
खाव्ब
आज खाव्बो में देखा
और चौंक गयी
कल रूबरू देखा था
इस एहसास का पता न था
कब नींद आएगी
अब कैसे चैन पाएंगे
इस एहसास से कैसे निजात पाएंगे
ये एक अनजाना
अनकहा
एहसास है
किस्से पूछेंगे
किस को बताएँगे
No comments:
Post a Comment
Newer Post
Older Post
Home
Subscribe to:
Post Comments (Atom)
No comments:
Post a Comment